क्या लोकसभा चुनाव से पहले गायब हुईं 15 लाख EVM: सरकारी कर्मचारी डाक मतपत्र के जरिए नहीं डाल पाएंगे वोट? जानिए इन दावों का सच


4 दिन पहले

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लोकसभा चुनाव 2024 का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। सात चरणों में होने वाले आम चुनाव के लिए 19 अप्रैल को मतदान होगा। इस बीच चुनाव से जुड़े कई वीडियो, नेताओं के बयान और तरह-तरह के दावे सोशल मीडिया पर वायरल होना शुरू हो गए हैं।

  • ऐसे ही एक दावा एक्स पर कई वेरिफाइड और नॉन वेरिफाइड यूजर्स कर रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि चुनावों से पहले 15 लाख ईवीएम मशीन गायब हो गईं हैं।
  • वायरल दावे से जुड़ी पोस्ट के साथ एक वीडियो भी है। जिसमें एक शख्स चुनाव आयोग का नाम लेकर पूछता है, ’15 लाख ईवीएम मशीनें कहां हैं?’। वहीं, दूसरा दावा है कि अब कोई भी सरकारी कर्मचारी पोस्टल बैलेट के जरिए वोट नही डाल पाएगा।

पहला दावा:

यूपी एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव आर्यन मिश्रा ने वायरल दावे से जुड़ा ट्वीट किया। अपने ट्वीट में आर्यन मिश्रा ने पूछा- 15 लाख ईवीएम मशीन गायब ? क्या ये सच है।

देखें ट्वीट :

वहीं, एडवोकेट शबनम मीर ने अपने ट्वीट में लिखा-अलर्ट, 15 लाख ईवीएम मशीन गायब हैं, इस वीडियो को जरूर देखें और शेयर करें।

देखें ट्वीट :

कुछ ऐसा ही ट्वीट, वेरिफाइड एक्स यूजर रिजवान अहमद ने करते हुए सवाल पूछा-लोक सभा चुनाव से ठीक पहले 15 लाख EVM कहां गायब हो गए?

देखें ट्वीट :

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट और ट्विटर हैंडल को चेक किया। कमीशन के ट्विटर हैंडल पर हमें एक ट्वीट मिला जिसमें वायरल दावे को गलत बताया गया था।

इलेक्शन कमीशन ने अपने ट्वीट में लिखा था कि 15 लाख ईवीएम के गायब होने का दावा पूरी तरह से गलत है। वायरल दावे के सपोर्ट में शेयर किए जा रहे वीडियो के संदर्भ में इलेक्शन कमीशन ने ट्वीट में आगे लिखा-दावा भ्रामक और फर्जी है। तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। कोई भी ईवीएम गायब नहीं है। माननीय सर्वोच्च न्यायालय भी ईवीएम गायब होने की याचिका खारिज कर चुकी है।

देखें ट्वीट:

स्पष्ट है कि ईवीएम के गायब होने से जुड़ा दावा पूरी तरह से गलत और भ्रामक है। खुद इलेक्शन कमीशन ने ऐसे किसी भी दावे का खंडन किया है।

दूसरा दावा:

क्या कोई भी सरकारी कर्मचारी पोस्टल बैलेट के जरिए वोट नही डाल सकेगा? इस दावे से जुड़ी जानकारी के लिए दैनिक भास्कर फैक्ट चेक नंबर 9201776050 पर एक पाठक ने हमें मैसेज किया।

मैसेज था-

‘एक बड़ी छुपी खबर ये है कि इस बार चुनाव आयोग ने पोस्टल बैलेट में से बैलेट ही गायब कर दिया है। अब कोई भी सरकारी कर्मचारी वोट पोस्टल बैलेट के जरिए नही डाल पाएगा।’

देखें स्क्रीनशॉट:

वायरल मैसेज से जुड़ी जानकारी इलेक्शन कमीशन ने अपने ट्विटर अकाउंट पर दी थी। इलेक्शन कमीशन ने ट्वीट में लिखा था- व्हाट्सएप पर एक मैसेज शेयर किया जा रहा है कि सरकारी कर्मचारी डाक मतपत्र के जरिए अपना वोट नहीं डाल सकते हैं। यह पूरी तरह गलत है। चुनाव ड्यूटी पर तैनात योग्य अधिकारी निर्दिष्ट मतदाता सुविधा केंद्र पर डाक मतपत्र के माध्यम से अपना वोट डाल सकते हैं।

देखें ट्वीट :

स्पष्ट है कि पोस्टल बैलेट से जुड़ा यह दावा भी पूरी तरह से गलत है। फेक न्यूज के खिलाफ हमारे साथ जुड़ें। कोई भी ऐसी सूचना जिस पर आपको संदेह हो तो हमें ईमेल करें @fakenewsexpose@dbcorp.in और वॉट्सऐप करें-9201776050

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